
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को बॉलीवुड फिल्म द कश्मीर फाइल्स के विवाद को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता में बैठे लोगों ने फिल्म का प्रचार किया। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति ने हिंदुओं पर अत्याचार दिखाते हुए एक फिल्म द कश्मीर फाइल्स बनाई। इसमें दर्शाया गया है कि कश्मीर में, हिंदू पंडित अल्पसंख्यक थे और उन्हें वीपी सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान बाहर निकाल दिया गया था, जिसे भाजपा का समर्थन प्राप्त था। इसमें दिखाया गया है कि कैसे मुसलमानों ने हिंदुओं को खदेड़ दिया। यह हिंदुओं में भय की भावना पैदा करने के लिए किया जाता है। तनाव विशेष रूप से पैदा होता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता में बैठे लोगों ने इस फिल्म का प्रचार किया।
Maharasthra | A man made a movie (The Kashmir Files) showing atrocities on Hindus. It depicted that majority always attacks minority &when that majority is Muslim, the Hindu community gets insecure. It’s unfortunate that people in power promoted this movie:Sharad Pawar, NCP(10.4) pic.twitter.com/hTKxPp6JvS
— ANI (@ANI) April 11, 2022
विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित द कश्मीर फाइल्स हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 1990 के दशक में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर बनाई गई है। इस फिल्म की प्रधानमंत्री मोदी समेत कई लोगों ने तारीफ की थी।
शरद पवार ने फिल्म को लेकर आगे कहा कि, देश एक ऐसी स्थिति से गुजर रही है जिसमें हिंदू और मुसलमानों को विभाजित किया जा सकता है, या दलित और हिंदुओं को अलग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम अब देश में एक अलग स्थिति से गुजर रहे हैं। एक अलग तरह का दार्मिक बंटवारा किया जा रहा है जहां हिंदू-मुसलमान को विभाजित किया जा सकता है या दलित-हिंदूओं को अलग किया जा सकता है। भाजपा की ओर इशारा करते हुए शरद पवार ने आगे कहा कि एक इकाई है जो महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि आज देश की एकता में हिंदू और मुस्लिम के नाम पर दरार पैदा करने की कोशिश की जा रही है। राकांपा कभी भी जातिवाद या धार्मिक आधार पर बंटवारे का समर्थन नहीं करेगी।