
Riot wouldn’t have broken out had Ashok Gehlot govt not wanted it. It’s their failure. They had reports that riot would break out.They permitted procession. They knew that objectionable songs will be played,they could’ve stopped it: Asaduddin Owaisi in Jaipur, on Karauli violence pic.twitter.com/whJJRmT5Tv
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 13, 2022
वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा को राजस्थान के लोगों की एकता से परेशानी है। गहलोत ने ट्वीट किया, जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां रामनवमी पर दंगे भड़के। राजस्थान में सभी समुदायों ने साथ मिलकर रामनवमी का त्योहार मनाया एवं रामनवमी के जुलूसों का हिन्दू,मुस्लिम,सिख समेत तमाम धर्मों,वर्गों के लोगों ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भाजपा को राजस्थान के लोगों की एकता एवं सौहार्दपूर्ण माहौल से ही परेशानी है। ये अफसोस कर रहे हैं कि प्रदेश में रामनवमी का त्यौहार शांतिपूर्ण ढंग से कैसे मन गया। गहलोत ने आरोप लगाया, भाजपा के नेता लगातार प्रयास कर रहे हैं कि कैसे राज्य में सांप्रदायिक माहौल बनाया जाए।
गौरतलब है कि नवसंवत्सर के उपलक्ष्य में मुस्लिम बहुल क्षेत्र से निकाली गयी मोटरसाइकिल रैली पर असामाजिक तत्वों द्वारा पथराव के बाद पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव के चलते करौली में कर्फ्यू लगाया गया था। उपद्रव की इन घटनाओं में लगभग 35 लोग घायल हो गए थे। भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा ने बताया कि जुलूस के दौरान हुए पथराव के बाद पुलिस ने तत्परतापूर्वक कार्रवाई करते हुए 46 लोगों को गिरफ्तार किया और सात लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र में दर्ज मामले में 13 आरोपियों को तथा 33 लोगों को कर्फ्यू का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।